राकेश रावत
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस-2025 के अवसर पर दिल्ली पुलिस के 20 अधिकारियों और जवानों को उनकी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक के लिए चयनित किया गया है. जिसमे 3 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 17 सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है। इन्ही अधिकारियों में एक नाम है एएसआई जुनैद आलम का, जिन्हे पुलिसिंग में रहते हुए उनके मेधावी और सराहनीय कार्यों के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है. एएसआई जुनैद आलम उन 20 अधिकारियों और जवानों में से एक हैं जिन्हे सराहनीय और विशिष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रपति पदक से नवाजा गया है. जुनैद आलम वर्तमान में दिल्ली पुलिस के पीआरओ विभाग में सेवाएं दे रहे है. ये पीआरओ विभाग के लिए भी गर्व की बात है कि उनके साथी को सराहनीय कार्यों के लिए राष्ट्रपति पदक के लिए चुना गया है. जबकि अभी तक इस विभाग में चंद अधिकारियों और कर्मचारियों को ही इस पदक से नवाजे जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. एएसआई जुनैद आलम का पुलिस में सफर 2003 से शुरू हुआ था. जब उन्हें पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती किया गया था और तब से उन्होंने चौथी बटालियन डीएपी, दूसरी बटालियन डीएपी, यातायात, पीआरओ शाखा-पीएचक्यू में ईमानदारी और समर्पण के साथ काम किया है। डीएपी में तैनात होने के दौरान उन्होंने कमांडो ट्रेनिंग भी की। ट्रैफिक में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्हें तिलक मार्ग सर्कल में तैनात किया गया था, जहां उन्होंने बहुत अच्छा काम किया और बाद में, उन्हें ट्रैफिक यूनिट में मीडिया से संबंधित मामलों को संभालने का काम सौंपा गया, जिसके दौरान उन्होंने विभिन्न प्रिंट और सोशल मीडिया से समाचार क्लिपिंग तैयार की और उनका विश्लेषण किया। वर्तमान में पीआरओ शाखा/पीएचक्यू में तैनात होने के कारण वह मीडिया से संबंधित मामलों को संभालने के दौरान ट्रैफिक यूनिट में प्राप्त सभी अनुभवों का उपयोग कर रहे हैं। पीआरओ में उन्हें उर्दू अनुवाद, प्रेस विज्ञप्तियों का प्रसार, अपलोड करने, पीएचक्यू में प्रेस कॉन्फ्रेंस के संचालन में सहायता करने और दिल्ली पुलिस के कार्यक्रमों में मीडियाकर्मियों को सुविधा प्रदान करने का काम सौंपा गया है।